
मुख्यमंत्री हो गए गुस्से? तो कर दिए इधर उधर
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को शायद ही गुस्सा में कभी किसी ने देखा हो ! उनका स्वभाव हर किसी से एक समान ही देखा जाता है।परंतु कभी कभी ऐसे मुद्दे भी आते है जब मुख्यमंत्री का भड़कना स्वाभाविक हो जाता है।
मामला गोपनीयता से जुड़ा है क्योंकि राज्य के मुख्यमंत्री सचिवालय की जब विभागीय गोपनीयता खत्म हुई तो हेमंत सोरेन गुस्सा हो गए और जारी होने वाली सूची को फिर से संशोधित कर मंत्रियों के विभाग को इधर उधर कर दिया।
दरअसल झामुमो के 6, कांग्रेस के 4, राजद के 1 मंत्रियों के कोटे का बंटवारा करना था। पार्टी अपने किस विधायक को मंत्री और किसे कौन सी विभाग आवंटित करनी है ,ये पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री को सूची भेजी जाती है।
मुख्यमंत्री सभी सूची को राज्यपाल की मंजूरी के लिए भेजती है। जिसपर राज्यपाल मुहर लगाते है और राज्यपाल के आदेश से पत्र जारी किया जाता है जिससे जनसाधारण तक जानकारी मिल पाती है और संबंधित मंत्री को विभागीय मंत्री के रूप में जाना जाता है।
इस प्रक्रिया में पूरी गोपनीयता बरती जाती है। परंतु हुआ कुछ अलग और मामला बीच में ही उजागर हो गया। कांग्रेस कोटे से 4 मंत्रियों के नाम पार्टी ने विभाग आवंटित करते हुए भेजा। परंतु ये बीच में ही वायरल हो गया सभी मीडिया की सुर्खियां बनी।
पत्र वायरल होने पर मुख्यमंत्री भड़क गए और जारी सूची में आवंटित विभाग को बदल दिया। पूर्व में पार्टी की तरफ से दीपिका पांडेय सिंह की स्वास्थ्य मंत्री और डॉ इरफान अंसारी को ग्रामीण विकास आवंटित किया गया था।सूत्र ये भी बताते हैं कि किसी अपने की वजह से ही ये पत्र लीक हुई।वजह चाहे जो भी रही हो पर मामला गोपनीयता से जुड़ा है।



