
पीलिया रोग से थे पीड़ित, रांची में हुआ निधन
पैतृक गांव बनासो में हुआ अंतिम संस्कार, परिवार पर टूटा दु:ख का पहाड़
प्रेस क्लब हजारीबाग के पत्रकारों ने जताई गहरी शोक संवेदना
हजारीबाग। प्रखर व मुख्य पत्रकार प्रकाश पांडेय (40 वर्ष) अब हम लोगों के बीच नहीं रहे। वह पिछले कुछ दिनों से पीलिया रोग से पीड़ित थे। 21 दिसंबर की सुबह उनका आकस्मिक निधन रांची के आलम अस्पताल में इलाज के दौरान हो गया। वह दैनिक आवाज अखबार के वरीय संवाददाता थे।
उनकी धर्म पत्नी ने दूरभाष पर इस दु:खद घटना की जानकारी प्रेस क्लब हजारीबाग के अध्यक्ष उमेश प्रताप को दी।
बकौल अध्यक्ष 20 दिसंबर को आवाज अखबार के मार्केटिंग हेड निरंजन कुमार ने उनके बीमार होने की सूचना दी थी। उमेश प्रताप ने प्रकाश पांडेय के मोबाइल नंबर पर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन दुर्भाग्यवश बात नहीं हो पाई। प्रेस क्लब के अध्यक्ष उमेश प्रताप ने गहरी संवेदना जताते हुए कहा कि प्रकाश जी एक जुझारू पत्रकार थे। उनमें शब्दों को गढ़ने की अद्भुत क्षमता थी। सर्वदा दूसरों के प्रति उनमें सम्मान का भाव रहता था। उनके असामयिक निधन से पत्रकार समाज को गहरा आघात लगा है।

रांची से उनका पार्थिव शरीर बनासों स्थित उनके पैतृक आवास लाया जा गया। बनासो मुक्तिधाम में उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया। ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी पवित्र आत्मा को शांति प्रदान करें और पीड़ित परिवार को पहाड़ जैसे दु:ख सहने की शक्ति दें। अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि…। प्रकाश पांडेय ने जीवन में काफी संघर्ष किया। उन्होंने पाया शिक्षक की भी नौकरी की। वह पारा शिक्षक संघर्ष समिति के कोषाध्यक्ष व सचिव भी रहे। बाद में पत्रकारिकता को अपनाया। वरिष्ठ पत्रकार ने अपने शोक संवेदना में सोशल मीडिया पर लिखा कि प्रेस क्लब हजारीबाग के चुनाव में उनकी नेतृत्व क्षमता और काबिलियत सराहनीय थी। पारा शिक्षक संघ के पदाधिकारियों और सदस्यों ने भी गहरी संवेदना जताई है। मुखाग्नि इकलौते पुत्र शाश्वत ने दी। घर में बूढ़ी मां, पत्नी, दो बेटियां, छोटा भाई आदि हैं। प्रेस क्लब के सचिव मिथिलेश मिश्र ने कहा कि इस दु:ख की घड़ी में प्रेस क्लब हजारीबाग पूरा परिवार प्रकाश जी के शोक संतप्त परिवार के साथ खड़ा है। अंतिम संस्कार में विष्णुगढ़ व बनासो समेत हजारीबाग के भी कई पत्रकार शामिल हुए।



