केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी और सांसद मनीष जायसवाल ने उठाई आवाज

हजारीबाग में 26 दिसंबर को हुए दर्दनाक अनीता देवी हत्याकांड ने पूरे झारखंड को झकझोर कर रख दिया है। इस मामले में पूर्व एसडीओ अशोक कुमार सहित चार लोगों पर गंभीर आरोप लगे हैं।
अनीता देवी के भाई राजू कुमार ने लोहसिंघना थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें तत्कालीन एसडीओ अशोक कुमार, उनके पिता दुर्योधन साव, छोटे भाई शिवनंदन कुमार और छोटे भाई की पत्नी रिंकू देवी को आरोपी बनाया गया है।
घटना के अनुसार, अनीता देवी को गंभीर रूप से जला दिया गया था। पहले उन्हें हजारीबाग के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से बेहतर इलाज के लिए बोकारो और फिर रांची के देवकमल अस्पताल ले जाया गया। लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी मौत हो गई।
केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने जताई नाराजगी

महिला बाल विकास की केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, “न्याय सभी के लिए समान होना चाहिए। आरोपी चाहे कोई भी हो, उस पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन राज्य सरकार इस मामले में निष्क्रिय है और दोषियों को बचाने का काम कर रही है। उन्होंने राज्य सरकार से तत्काल इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है।
सांसद मनीष जायसवाल ने राज्य सरकार पर उठाए सवाल

हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल ने कहा की कानून सभी के लिए समान होना चाहिए। जब आम लोगों पर आरोप लगता है, तो पुलिस तुरंत कार्रवाई करती है। लेकिन जब एक सरकारी अधिकारी पर इतने गंभीर आरोप लगे हैं, तो अब तक उसकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई? यह दुखद और निंदनीय है। उन्होंने राज्य सरकार और जिला प्रशासन से इस मामले पर स्पष्ट जवाब देने की मांग की।
मामले में निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग को लेकर अन्नपूर्णा देवी और मनीष जायसवाल दोनों ने आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं राज्य की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। इस घटना के बाद से झारखंड में कानून व्यवस्था को लेकर बहस तेज हो गई है।
आरोपियों के खिलाफ अब तक कोई ठोस कार्रवाई न होने से आम जनता में रोष है। जनता और जनप्रतिनिधियों ने राज्य सरकार से इस मामले में शीघ्र और सख्त कदम उठाने की अपील की है।
न्याय की प्रतीक्षा में अनीता देवी का परिवार
इस हृदयविदारक घटना ने अनीता देवी के परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि क्या दोषियों को कानून के कटघरे में लाया जाएगा और पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा।



