मुठभेड़ में एक करोड़ का इनामी नक्सली ढेर, दो और मारे गए
मौके से तीन ऑटोमैटिक एके 47 बरामद, एसपी सहित अन्य उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे
दूसरे नक्सली पर 25 लाख और तीसरे पर 10 लाख का था इनाम घोषित

बरकट्ठा. गोरहर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पांतितीरी के टोला लहरगोड्डा में सोमवार की अहले सुबह 3-4 बजे पुलिस व नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक करोड़ का इनामी समेत तीन माओवादी ढेर हो गए। जबकि अभियान में शामिल कोबरा बटालियन के चार जवान घायल हो गए। झारखंड में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान में पुलिस को उस वक्त सफलता हासिल हुई जब माओवादी पांतितीरी गांव में स्थानीय निवासी शिवराम टुडू एवं प्रेम कुमार के घर में छुपे थे।

हजारीबाग पुलिस और कोबरा 209 बटालियन बरही की संयुक्त टीम ने अभियान चलाकर एक बड़ी सफलता हासिल किया है। मुठभेड़ में एक करोड़ के एक जबकि दो अन्य इनामी नक्सलियों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। पुलिस मुख्यालय के द्वारा तीनों नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि कर दी गई है।

बरकट्ठा के गोरहर थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में केंद्रीय कमेटी के मेंबर और एक करोड़ का इनामी सहदेव सोरेन उर्फ प्रवेश, झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी का सदस्य 25 लाख का इनामी रघुनाथ हेंब्रम तथा कमेटी का मेंबर 10 लाख का इनामी वीर सेन गंझू मारा गया। जिसके पश्चात पुलिस ने सर्च अभियान में तीनों नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। साथ ही मौके से तीन एके-47 हथियार भी बरामद किया है।

एक करोड़ का इनामी नक्सली सुखदेव महतो सोरेन ग्राम भंडेरी प्रखंड विष्णुगढ़ हजारीबाग तथा 25 लाख का इनामी नक्सली रघुनाथ हेंब्रम प्रखंड पिरटांड जिला गिरिडीह का रहने वाला था। विश्वस्थ सूत्रों से पता चला है कि सभी नक्सली पिछले 15-20 दिनों से पांतितीरी गांव में पुलिस से बचने के लिए डेरा डाल रखा था।

मुठभेड़ में कोबरा 209 बटालियन के जवान अजय भौमिक, सुब्रतो विशवास व दो अन्य लोग घायल हो गए। जिसमें सुब्रतो विशवास के पैर में गोली लगी है। घायलों को अनुमंडलीय अस्पताल बरही से हजारीबाग रेफर कर दिया गया है।

घटना स्थल पर पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन, डीआईजी श्रुति अग्रवाल, एसडीओ जोहन टुडू, एसडीपीओ अजीत कुमार विमल, इंस्पेक्टर इमदाद अंसारी, गोरहर थाना प्रभारी नीतीश कुमार सिंह, बरकट्ठा थाना प्रभारी पंकज सिंदुरिया, बरही थाना प्रभारी विनोद कुमार समेत बगोदर, टाटीझरिया थाना के पदाधिकारी पहुंचे।

6 महीने का भीतर मारा गया एक करोड़ का यह दूसरा इनामी माओवादी

6 महीने के भीतर यह दूसरी बड़ी मुठभेड़ है, जिसमें एक करोड़ का इनामी दूसरा माओवादी मर गया है। इसके पहले सुरक्षा बलों ने 21 अप्रैल को बोकारो जिले में एक करोड़ के इनामी माओवादी विवेक उर्फ प्रयाग मांझी सहित आठ माओवादियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। वह मुठभेड़ बोकारो के ललपनिया स्थित लुगुबुरु पहाड़ी की तलहट्टी में हुई थी। 6 महीने का भीतर सहदेव सोरेन भी मुठभेड़ में मारा गया है।
विष्णुगढ़ के मन्देरी का रहने वाला था मारा गया सहदेव सोरेन
मुठभेड़ में मारा गया एक करोड़ का इनामी सहदेव सोरेन हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के मंदेरी गांव का रहने वाला था। उसका पूरा नाम अनुज उर्फ सहदेव सोरेन उर्फ प्रवेश उर्फ अमलेश है। माओवादी संगठन में वह केंद्रीय कमेटी का सदस्य था। झारखंड सरकार ने उसपर एक करोड़ का इनाम घोषित कर रखा था।
अब झारखंड में बचे हैं तीन एक करोड़ के इनामी माओवादी
सहदेव सोरेन के मारे जाने के बाद अब झारखंड में एक करोड़ के इनामी माओवादियों की संख्या तीन है। इनमें मिसिर बेसरा उर्फ भास्कर उर्फ सुनिर्मल उर्फ सागर, असीम मंडल उर्फ आकाश उर्फ तिमिर तथा अनल उर्फ तूफान उर्फ पतिराम मांझी उर्फ पतिराम मरांडी उर्फ रमेश शामिल हैं।
झारखंड के इतिहास में पहली बार लातेहार में नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति भी नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रेरित कर रही है. दो सितंबर को झारखंड जन मुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के नौ उग्रवादियों ने एक साथ लातेहार पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। राज्य के इतिहास में यह पहली बार था, जब एक साथ इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों ने सरेंडर किया है. इन उग्रवादियों के पास से एके-47, एसएलआर, एके-56 जैसे आधुनिक हथियार बरामद हुए थे.इनमें से पांच पर कुल 23 लाख का इनाम था.
लातेहार में एक साथ नौ नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
बीते आठ सालों की तुलना में 2025 में मारे गए सबसे अधिक नक्सली
झारखंड पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, 2025 में अब तक मारे गए नक्सलियों की संख्या पिछले आठ वर्षों में सबसे अधिक है. साल 2017 में 27, 2018 में 25, 2019 में 31, 2020 में 18, 2021 में 08, 2022 में 13, 2023 में 14, 2024 में 11 और 2025 में 28 (अभी तक) नक्सली मारे गए हैं।
झारखंड के 5 जिले हैं माओवाद प्रभावित
केंद्रीय गृह मंत्रालय के अनुसार, पश्चिमी सिंहभूम, गिरिडीह, गुमला, लातेहार और लोहरदगा झारखंड के माओवाद प्रभावित जिले हैं. इनमें से गिरिडीह, गुमला, लातेहार और लोहरदगा को ‘डिस्ट्रिक्ट ऑफ कंसर्न की सूची में रखा गया है, जहां सुरक्षा बलों का विशेष ध्यान है
साल 2025 में मारे गए 11 इनामी समेत 28 नक्सलियों की सूची
- 15 सितंबर : हजारीबाग जिले के गोहरर थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में एक करोड़ इनामी नक्सली सहदेव सोरेन, 25 लाख इनामी रघुनाथ हेंब्रम और दस लाख इनामी बिरसेन गंझू मारा गया.
- 14 सितंबर : पलामू जिले के मनातू के जंगल में हुए मुठभेड़ में टीपीसी उग्रवादी संगठन का कमांडर पांच लाख इनामी मुखदेव यादव मारा गया.
- 08 सितंबर : चाईबासा जिले के गोइलकेरा में हुई मुठभेड़ में 10 लाख का इनामी नक्सली अमित हांसदा उर्फ अपटन ढेर हो गया था.
- 13 अगस्त : चाईबासा में पोस्ता के जंगल में पुलिस व नक्सलियों के बीच मुठभेड़, एक नक्सली मारा गया.
- 05 अगस्त : गुमला में पुलिस ने पीएलएफआई उग्रवादी संगठन के कमांडर 15 लाख का इनामी उग्रवादी मार्टिन केरकेट्टा को मार गिराया था.
- 26 जुलाई : गुमला जिले में पुलिसवालों के साथ मुठभेड़ में तीन नक्सली ढेर कर दिए गए. मारे गए सभी नक्सली जेजेएमपी के थे.
- 16 जुलाई : बोकारो में सुरक्षाबलों ने 25 लाख के इनामी कुंवर मांझी सहित दो नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया था.
- 26 मई : लातेहार पुलिस ने पांच लाख के इनामी नक्सली मनीष यादव को एनकाउंटर में ढेर किया था.
- 24 मई : लातेहार पुलिस ने जेजेएमपी सुप्रीमो 10 लाख के इनामी पप्पू लोहरा और पांच लाख के इनामी प्रभात गंझू को मार गिराया था.
- 27 मई : पलामू में पुलिस ने मुठभेड़ में माओवादी तुलसी भुइयां को ढेर किया था.
- 21 अप्रैल : बोकारो जिले के लुगु पहाड़ पर सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रयाग मांझी उर्फ विवेक और दस लाख इनामी साहेबराम मांझी सहित आठ माओवादी मारे गए थे.
- 29 जनवरी : चाईबासा में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए थे, जिनमें एक महिला भी शामिल थी.
- 22 जनवरी : बोकारो में पुलिस और भाकपा माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें दो नक्सली मारे गए थे. मारे गए नक्सली में एरिया कमांडर रही शांति का नाम शामिल थी, जबकि दुसरा नक्सली मनोज था